आखिर क्या होता है मन का वहम, जानिए बचने के उपाय
हमारे बीच बहुत से लोग ऐसे ही होते हैं। वे खुद को संसार की हर घटना का शिकार समझ बैठते हैं। ऐसा वहम हमें उल्टे विचारों की ओर ले जाता है, जिससे हम कभी-कभी कई रोगों को अपने तन-मन पर कब्जा जमाने के लिए आमंत्रित कर लेते हैं।
कुछ लोगों को किसी काम या आदत की धुन इस कदर सवार होती है कि वह सनक बन जाती है और बीमारी का रूप ले लेती है। यह एक चिंता करने वाली बीमारी है, जिसमें पीड़ित शख्स किसी बात की जरूरत-से-ज्यादा चिंता करने लगता है। दवा के नाम पर वे कहते हैं वहम की दवा तो लुकमान के पास भी नहीं है आप अपने मन को समझा लें तो ही यह शिकायत दूर हो सकती है। श्मशान या कब्रिस्तान के समीप से निकलते हुए भूत की सम्भावना नजर आती है और लगता है कि वे लोग यहाँ मौजूद हैं
अगर आपका मन भी छोटी छोटी बातों को लेकर वहम करने लगता है या किसी वहम की वजह से आपको डर लगता है तो अपने वहम की वजह भी जान लीजिए. वहम की समस्या मन से पैदा होती है. इसका मुख्य ग्रह चन्द्रमा होता है. चन्द्रमा के साथ छाया ग्रहों का सम्बन्ध वहम को जन्म देता है. वायु तत्व की राशियों में सबसे ज्यादा वहम की संभावनाएं होती हैं. इसके बाद जल तत्व की राशियों को वहम होता है.आइए जानते हैं आखिर क्यों किसी व्यक्ति को होता है वहम और कैसे वो इससे छुटकारा पा सकता है.
वहम की अलग अलग स्थितियां कैसी होती हैं ?
- कुंडली में कोई योग स्थाई हो तो वहम स्थाई हो जाता है.
- कभी कभी किसी नकारात्मक ऊर्जा के कारण भी व्यक्ति को वहम हो जाता है.
- दशाओं के गड़बड़ होने पर भी वहम की स्थितियां बन जाती हैं.
- गलत रत्न पहनने पर भी वहम जैसी स्थितियां हो जाती हैं.
- कभी कभी गलत मंत्र जप भी समस्या दे देते हैं.
किन आदतों से वहम की समस्या पैदा हो जाती है-
- नित्य स्नान न करने से, साफ सफाई से न रहने पर भी व्यक्ति को वहम होने लगता है.
- गलत और खराब संगति में रहने से भी मन में वहम घर कर लेता है.
- हरे वृक्ष काटने पर व्यक्ति वहमी हो सकता है.
- नशे की आदत होने पर वहम होता है.
वहम को दूर करने के उपाय क्या हैं-
- नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें.
- प्रातः 108 बार गायत्री मंत्र का जप करें.
- पूर्णिमा का व्रत जरूर रखें.
- सलाह लेकर एक पन्ना या पीला पुखराज धारण करें.
- चन्दन की सुगंध का प्रयोग करें.