चीन, इटली, ईरान के बाद भारत कोरोना का अगला केंद्र हो सकता है,संक्रमित मरीजों की संख्या 175
कोरोना वायरस के कारण पूरा देश डर में जी रहा है आशंका है कि भारत कोरोना का अगला बड़ा केंद्र हो सकता है देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है।बुधवार सुबह संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 175 हो गया. इसमें तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 13 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं.
कोरोना से निपटने के लिए सरकारें तीन स्तर पर काम कर रही है. पहला कोरोना से पीड़ित लोगों की पहचान करना. दूसरा संक्रमित शख्स और उनके संपर्क में आए लोगों को आईसोलेशन वार्ड में डालना और तीसरा लोगों को एक जगह इकट्ठा नहीं होने देना.
बीते साल दिसंबर में सबसे पहले चीन में कोरोना वायरस कोविड 19 के मामले सामने आए. इसके बाद ये तेज़ी से दुनिया भर के 140 से अधिक देशों में फैला और विश्व स्वास्थ्य संगठन को इसे महामारी घोषित करना पड़ा. कोरोना वायरस, इंसानों में कोविड 19 नाम की एक बीमारी देता है. हालांकि इसके शुरुआती लक्षण बेहद मामूली होते हैं लेकिन इससे लोगों की जान भी जा सकती है.
ये वायरस किस तरह शरीर पर हमला करता है? इसका इलाज किस तरह किया जाता है और क्यों कई ऐसे लोगों की इससे मौत हुई जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा था?
अधिकतर लोगों में जो लक्षण दिखाई देते हैं वो मामूली होते हैं. कहा जा सकता है कि संक्रमित लोगों में से दस में से आठ में ये लक्षण बेहद मामूली होते हैं, और ये लक्षण बुखार और खांसी होते हैं. बदन दर्द, गले में खराश और सिर दर्द भी हो सकता है.
आपके शरीर का इम्युन सिस्टम वायरस से लड़ने की कोशिश करता है.
आपका शरीर वायरस को एक विदेशी हमलावर की तरह देखता है और पूरे शरीर को संकेत देता है कि शरीर पर हमला हुआ है. इसके बाद वो वायरस को ख़त्म करने के लिए साइटोकाइन नाम का केमिकल छोड़ना शुरू करता है.
शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति पूरे ज़ोर से हमले का जवाब देने में जुट जाती है और इस कारण आपको बदन दर्द और बुखार भी हो सकता है.
कोरोना वायरस के कारण होने वाली खांसी अमूमन सूखी खांसी होती है जिसमें बलगम नहीं आता. लेकिन कभी-कभी ये मामला खराश तक भी सीमित हो सकता है.