उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भीषण त्रासदी हुई है। 7 की मौत 170 लापता
उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी में आई आपदा को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि बचाव और राहत कार्य सरकार की पहली प्राथमिकता है, इसमें पूरी क्षमता से काम किया जा रहा है। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है.
चमोली में आई आपदा में कम से कम 170 लोगों के लापता होने की जानकारी है। सात शव बरामद कर लिए गए हैं। नुकसान का आकलन जारी है, जबकि कारण भी पता लगाया जा रहा है। वहीं, उन्होंने आपदा में मृतकों के परिवार को चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है।
स्थानीय लोगों के हताहत होने की जानकारी नहीं
मुख्यमंत्री ने बताया कि जल विद्युत परियोजनाओं में काम करने वाले स्थानीय लोग रविवार होने के कारण अवकाश पर थे। रैणी गांव के एक भेड़ पालक की भेड़ आपदा की भेंट चढ़ने की जानकारी है।
सोशल मीडिया से मिली जानकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें सबसे पहले सोशल मीडिया से जानकारी मिली और अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। आपदा के समय संवाद का स्तर बेहतर रहा और राहत एवं बचाव टीम तुरंत सक्रिय हुईं।