कई प्रधान व प्रधानाध्यापकों की मिली भगत से बदहाल पड़े शौचालय आखिर कहां गई टंकी
घिरोर लाइव : सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत प्रत्येक स्कूल में शौचालय का निर्माण कराया गया है, ग्राम पंचायत से स्कूलों में भी शौचालय बनवाए गए हैं, पानी के लिए शौचालयों में टंकी भी रखवाई गई थी, लेकिन इसके बाद भी शौचालयों में यह व्यवस्था पूर्ण न हो सकी।
लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। जिल में संचालित 2186 परिषदीय स्कूलों में से 1594 स्कूलों में पानी की व्यवस्था नहीं है। आखिर इन अधूरी तैयारियों के बीच किस प्रकार से सरकार का स्वच्छता का सपना पूरा होगा।
विभाग द्वारा हाल ही में कराए गए सर्वे से इस बात का खुलासा हुआ है कि जिले के 2186 स्कूलों में से 1594 स्कूलों के शौचालयों में पानी की व्यवस्था नहीं है। हालांकि अभी 1803 स्कूलों का ही सर्वे हो सका है। आखिर कहां गई टंकी
प्रत्येक स्कूल में चार साल पहले 20-20 हजार रुपये की लागत से टंकी रखवाई गई थीं, लेकिन विभाग द्वारा कराए गए सर्वे में वो टंकी स्कूलों पर नहीं मिलीं। आखिर वो टंकियां कहां गईं यह भी जांच का विषय है। जब टंकी रखवाई गई थीं, उस समय भी आरोप लगे थे कि कई प्रधान व प्रधानाध्यापकों ने मिली भगत से टंकी रखवाई ही नहीं है।
विभाग निष्पक्षता के साथ जांच करा रहा है। जो भी रिपोर्ट निकलकर आ रही है उससे उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। अधूरी व्यवस्थाओं को पूरा कराने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र लिखा जा रहा है।
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