थाना दन्नाहार के गांव दरवाह निवासी राजबाबू की हत्या का पुलिस ने किया खुलासा
घिरोर लाइव : दरवाह निवासी राजबाबू उर्फ करू 11 मार्च को घूमने के लिए घर से निकले और फिर लापता हो गए।तलाश के बाद भी उनका पता नहीं चला। अगले दिन उनका शव गांव के पास एक खेत में पड़ा मिला। मौके पर संघर्ष के निशान थे।हालात देखने से लग रहा था कि घटना में कई हमलावर शामिल हो सकते हैं।
राजबाबू की हत्या की सुपारी दाताराम ने मौसेरे भाई को दी थी।पुलिस ने आरोपी व हत्याकांड में शामिल अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को एसपी ने प्रेसवार्ता कर हत्याकांड का खुलासा किया। मृतक के गले में बनियान से फंदा कसा था। सिर और चेहरे पर चोट के कई निशान थे। मृतक के पिता ने गांव के रामवीर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
एसपी अजय कुमार पांडेय ने बताया कि प्रथम ²ष्टया घटना में कई लोगों के शामिल होने का अनुमान लगाया गया था। छानबीन शुरू हुई तो सुराग मिलने लगे। नामजद रामवीर को गिरफ्तार किया गया तो उसने घटना में शामिल अपने साथी संजू और सुभाष निवासी दरवाह का नाम बताया। पुलिस ने उन दोनों को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आरोपित रामवीर के मौसेरे भाई दाताराम निवासी दरवाह ने राजबाबू की हत्या के लिए तीनों को एक लाख रुपये की सुपारी दी थी।
इसमें से 10 हजार रुपये नकद दिया था, शेष काम होने के बाद। लेकिन, दाताराम ने सुपारी का शेष रुपया अब तक नहीं दिया। पकड़े गए आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में प्रयुक्त डंडा बरामद किया है। पकड़े गए आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। एसपी ने बताया कि घटना का साजिशकर्ता दाताराम को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पांच मिनट तड़पते रहे थे राजबाबू
इसकी वजह साजिशकर्ता दाताराम के खिलाफ राजबाबू की महिला ने दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। मृतक के परिवार की महिला के साथ दुष्कर्म के मामले में जेल जाना और समझौता के नाम पर दिए गए रुपये के बाद भी मृतक द्वारा अधिक रुपए की मांग किए जाने था।